प्यार कभी भी रोमांस नही हो सकता । प्यार का मतलब रोमांस नहीं होता इसको समझना और समझाना जरूरी है क्योंकि आज नई जनरेशन ने
पहल शक्ति यानि की किसी भी काम को करने में पहल करना मतलब की काम करने में आगे होना।अगर हम लीडरशिप की बात करें तो
व्यक्ति जो देखता , सुनता, पढ़ता और महसूस करता है वैसी ही उसकी सोच हो जाती है जैसी उसकी सोच होती है वह वैसे ही
आजकल जब देश का युवा 12वीं करके निकलता है तो आगे क्या कोर्स करूँ ? यही चिंता सताती है और वो जिससे एक शानदार कैरियर का
कॉलेज जिंदगी की एक नर्इ शुरूआत होती है। यह एक रंगीनियों से भरा समय होता है- अनुभव, आजादी और क्या कुछ। कॉलेज भले ही ज्यादा
दंगल की सीख 1 – शुरुआत जल्दी करना चाहिए। दंगल फिल्म में आमिर खान ने महावीर सिंह फोगट का किरदार निभाया है जो कि
सच्चा पुरुषार्थ सफलता की आधारशिला मानव ईश्वर की अनमोल कृति है लेकिन मानव का सम्पूर्ण जीवन पुरुषार्थ के इर्दगिर्द ही रचा बसा हैगीता जैसे महान
उठो जागो और जब तक न रुको तब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये। स्वामी विवेकानंद सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति
सच्ची शिक्षा के संबंध में स्वामी विवेकानंद जी के महान विचार देश की वर्तमान व भविष्य में आने वाली परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये
बचपन की बात है, प्यार से सब उसे “कालू” बुलाते थे | लेकिन नाम उसका बहुत खूबसूरत था “ओमप्रकाश” लेकिन बुद्धि और रूप एक दम